The meaning of "Shap" is "Curse," many mantras / Stotras are cursed / Keelit by Rishis and Devatas to stop their misuse. If powerful thing goes in wrong hands, only misuse happens. To remove that Shap, or say to unlock them some Vidhis (methods) were used to be given. So, below is like that.
(Pls also consider Utkeelan Mantra & Stotra of Shri Batuk Bhairav.)
The Shap Vimochan (Shapoddhar) Vidhi of Shri Batuk Bhairav Mantra / Stotra is as the followings:
Before chanting Batuk Bhairv Mool Manta / Stotra, 1) chant below mantra ten times, 2) and Batuk Stav for once.
मन्त्र:
ॐ ह्रीं बटुक ! शापं विमोचय विमोचय ह्रीं क्लीं ।
बटुक-स्तवः
ॐ वृन्दारक - प्रकर वन्दित - पाद - पद्मम्, चञ्चत् - प्रभा - पटल - निर्जित- नील पद्मम् ।
मुण्ड-माला-धरं शान्तं, कुण्डल-प्रभयाऽन्वितम् । भुजङ्ग-मेखलं दिव्यं, बटुकाख्यं नमाम्यहम् ॥2॥
चतुर्बाहुं कला - मूर्ति, सर्वार्थ - साधकं देवं, युगान्त - दहनोपमम् । भैरवं प्रणमाम्यहम् ॥3॥
ज्वलदग्नि-प्रतीकाशं, खट्वाङ्ग-वर - धारकम् । श्व-गणैः सर्वतो व्याप्तं, भैरवं प्रणमाम्यहम् ।।4।।
ब्रह्मा विष्णुश्च रुद्रश्च, मरीच्याद्या महर्षयः । बटुकं प्रणमन्ते तं, सदा सम्पन्न - मानसम् ।।5।।
पञ्च-वक्त्रं कृपा-सिन्धु, नानाऽऽभरण-भूषितम् । धर्मार्थ-काम-मोक्षाणां, दातारं प्रणमाम्यहम् ।।6।।
विद्यावन्तं दयावन्तं, शङ्कर- प्रिय - बान्धवम् । उत्पत्ति-स्थिति - संहारं, भैरवं प्रणमाम्यहम् ।।7।।
।। फल-श्रुति ।।
य इदं पठते नित्यं, बटुक - स्तव - पूर्वकम् । सर्वा-बाधा-विनिर्मुक्तः, स सर्वेप्सित-भाग् भवेत् ।।8।।
Comments
Post a Comment