This Saraswati Stotra is of four lines, very useful in getting connecting to Her. Grace of Shri Ganesh and Shri Saraswati should be invoked at every auspicious occasion (eg., while doing sadhana, worship, study, work, new beginning etc.,) -- Ganesh Ji removes the obstacles and Shri Saraswati gives wisdom and protects intellect.
श्रीगणेशाय नम
श्वेतपद्मासना देवी श्वेतपुष्पोपशोभिता।श्वेताम्बरधरा नित्या श्वेतगन्धानुलेपना॥१॥
श्वेताक्षी शुक्लवस्त्रा च श्वेतचन्दनचर्चिता।वरदा सिद्धगन्धर्वैरृषिभिः स्तूयते सदा॥२॥
स्तोत्रेणानेन तां देवीं जगद्धात्रीं सरस्वतीम् ।ये स्तुवन्ति त्रिकालेषु सर्वविद्यां लभन्ति ते॥३॥
या देवी स्तूयते नित्यं ब्रह्मेन्द्रसुरकिन्नरैः।सा ममैवास्तु जिह्वाग्रे पद्महस्ता सरस्वती॥४॥
इति श्रीसरस्वतीस्तोत्रं सम्पूर्णम्।
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