When you chant Om Namah Shivay, Maha Mrityunjaya Mantra, or A Great Shiv Yogi; then how can you leave his Aarti ? Which has just 8 lines, beautifully depict him.
Good thing about Aarti and Chalisa is — you can memorise them easily, just after few repetition, they are yours.
१) ॐ जय शिव ओंकारा भज शिव ओंकारा, ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अर्धांगि धारा ॥
२) एकानन चतुरानन पंचानन राजै, हंसासन गरुड़ासन वृषवाहन साजै ॥
३) दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहै, तीनों रूप निरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥
४) अक्षमाला वनमाला मुण्डमाला धारी, चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥
५) श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे, सनकादिक ब्रह्मादिक भूतादिक संगे ॥
६) कर मध्ये श्रेष्ठ कमंडल चक्र त्रिशुल धर्ता, जगकरता जगहरता जगपालक कर्ता ॥
७) ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका, प्रणवाक्षर में शोभित ये तीनो एका ॥
८) त्रिगुण शिवजी की आरती जो कोई नर गावे, कहत शिवानन्द स्वामी सुख सम्पत्ति पावे ॥
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