As Hanuman Chalisa for Siddhi and lord’s blessings; Bajrang Baan for removing enemies and problems from life; this Hanuman Ashtak is for removing obstacles. In fact, whatever you chant in his name, is always helpful — even you chant Ram-Ram or Sita Ram, it will also bring his blessings.
https://www.youtube.com/watch?v=MeaVRC453M0
बाल समय रवि भक्ष लियो तब, तीनहुँ लोक भयो अँधियारो ।
ताहि सो त्रास भयो जग को, यह संकट काहु सो जात न टारो ॥
देवन आनि करि विनती तब, छाड़ि दियो रबि कष्ट निवारो ।
को नहिं जानत है जग में कपि, संकटमोचन नाम तिहारो ॥ को०
बालि की त्रास कपीस बसै, गिरि जात महाप्रभु पंथ निहारो ।
चौंकी महामुनि शाप दियो तब, चाहिये कौन विचार बिचारो ॥
कै द्विज रूप लिवाय महाप्रभु, सो तुम दास के शोक निवारो ॥ को०
अंगद के संग लेन गए सिय, खोज कपीस यह बैन उचारो ।
जीवित ना बचिहौ हम सों, जु बिना सुध लाए इहां पगु धारो ॥
हेरि थके तट सिंधु सबै, तब लाय सिया सुधि प्राण उबारो ॥ को०
रावण त्रास दई सिय को, सब राक्षसि सों कहि सोक निवारो ।
ताहि समय हनुमान महाप्रभु, जाय महा रजनीचर मारो ॥
चाहत सिय अशोक सों आगि सु, दे प्रभु मुद्रिका सोक निवारो ॥ को०
बाण लग्यो उर लछिमन के, तब प्राण तजे सुत रावण मारो ।
लै गृह वैद्य सुषेण समेत, तबै गिरि द्रोण सुबीर उपारो ॥
आनि संजीवन हाथ दई, तब लछिमन के तुम प्राण उबारो ॥ को०
रावन जुद्ध अजान कियो तब, नाग की फांस सबै सिर डारो ।
श्री रघुनाथ समेत सबै दल, मोह भयो यह संकट भारो ॥
आनि खगेस तबै हनुमान, जु बन्धन काटि सुन्नास निबरो ॥ को०
बंधु समेत जबै अहिरावण, लै रघुनाथ पाताल सिधारो ।
देबिहि पूजि भलि विधि सों, बलि, देऊं सबै मिलि मंत्र बिचारो ॥
जाय सहाय भये तब ही, अहिरावण सैन्य समेत संहारो ॥ को०
काज किए बड़ देवन के तुम, बीर महाप्रभु देखि विचारो ।
कौन सो संकट मोर गरीब को, जो तुमसो नहिं जात है टारो ॥
बेगि हरौ हनुमान महाप्रभु, जो कछु संकट होय हमारो ॥ को०
॥ दोहा ॥
लाल देह लाली लसे, अरु धरि लाल लंगूर ।
बज्र देह दानव दलन, जय जय जय कपि सूर ॥
Comments:
sachin sethi (Jaap of hanuman ji always excellent .)
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