Some people are totally ignorant about Diwali Puja, here are few things for them for just getting an idea.
Puja Samagri: पान, सुपारी, फल, फूल, दूध, दही, घी, रुई, शुद्ध धूप, शुद्ध इत्र, रोली, सूती कलावा, कपूर, बताशा, शुद्ध शहद, माचिस, पानी का लोटा, गणेश जी की मूर्ति, लक्ष्मी जी की मूर्ति, शुद्ध मावे की मिठाई, गंगा जल, पान के पत्ते, पीसे हुए चावल इत्यादि। तथा अतिरिक्त समान भी ले सकते है जैसा की हर घर में पहले से ही अलग अलग होता आता है।
Puja Vidhi: सभी देवताओ को आमंत्रित कर, उन्हें आसान दिया जाना चाहिए फिर उनका षोडश प्रकार से पूजन करना चाहिए। मातृकाओं तथा नवग्रहों को भी आमंत्रित कर, आसान देकर पूजा करनी चाहिए। शुद्ध घी का दीपक जलना चाहिए, तथा खील, बताशा, मिठाई, इत्यादि का भी भोग लगाना चाहिए। हवन करें तो और भी उत्तम रहता है, क्योकि हवन से देवी देवता सीधे भोग लेतें हैं। लक्ष्मी जी के लिए कमलगट्टे से हवन करना अति उत्तम मन गया है, इसके अतिरिक्त लक्ष्मी जी के मंत्र भी कमलगट्टे की माला से होने चाहिए।
लक्ष्मी जी को, अति उत्तम वस्त्र पहनाकर, स्वर्ण के गहने पहनाने चाहिए (अगर संभव नहीं हो तो उपधातु के भी पहना सकते हैं), तथा उनके सामने रूपये पैसे वगैरहा रखने चाहिए। पूरी रात एक शुद्ध घी का दीपक, लक्ष्मी जी के आगे जलता रहना चाहिए। दीवार पर पीसे हुए चावल से पान का पत्ता चुपकाना चाहिए तथा उसके ऊपर चांदी का सिक्का लगाना चाहिए तथा सिक्के के उपर “लक्ष्मी नारायण सदा सहाय” लिखना चाहिए। घर के हर कोने में दीपक का प्रकाश पहुंचना चाहिए। जहाँ जहाँ प्रकाश पहुंचेगा वहाँ वहाँ लक्ष्मी आयेंगी, ऐसा विचार करना चाहिए। Chemical ki candles नहीं जलानी चाहिए, इनके स्थान पर शुद्ध सरसो के तेल के दिये जलाने चाहियें।
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