As every festival importance is more or less region to region, this छोटी साँकली, बड़ी साँकली and तीरायत व्रत aren’t so popular.
लगते कार्तिक की पूर्णमासी को छोटी साँकली मनाया जाता है। पहले दिन व्रत रखें, दूसरे तथा तीसरे दिन भोजन करें, फिर चौथे दिन व्रत रखे। इस प्रकार alternate days व्रत रखा जाता है। एक माह तक व्रत रखने के बाद इसका उद्यापन किया जाता है। उद्यापन में हवन करना, गरीबो को खाना खिलाना, दान-दक्षिणा देना इत्यादि होता है।
बड़ी साँकली भी कुछ इसी प्रकार मनाया जाता है। तथा उद्यापन भी उसी प्रकार होता है। अगर ये त्यौहार किसी के घर में पहले से ही मनता है तो इसे उसी प्रकार मनाते रहना चाहिए।
तीरायत व्रत
इस व्रत को कार्तिक महीना उतरते ही नवमी, दसवीं, तथा एकादशी इन तीनो दिन व्रत रखा जाता है। गरीबो को भोजन कराया जाता है, अगर वो किसी बीमारी से ग्रसित है तो उनका अस्पताल में इलाज कराया जाता है। यह कहा जाता है तीरायत व्रत रखने से अज्ञानता वश हुए पापों का नाश होता है।
In fact all kinds of Vrat are for purification. If someone has problem with observing Vrat, then they should do some charitable act (without any show-off) — it gives immense satisfaction and kills ego.
Comments:
Himanshu Kaushik, 2017/10/28 at 10:52 pm [ Sir I want tirayat vrat kath Please help me.. ]
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