This festival comes after Diwali and Govardhan, and celebrated on Kartik Sudi Dooj. Like Raksha Bandhan it is an important festival, this day Brother goes to Sister’s home eat there something, and later on take bath in Yamuna ji, or can take bath in Yamuna ji before going to Sister’s home.
Here is an interesting Katha (syn: story) behind this festival:
Yamraj is the god of death, in Hinduism it is believed when a person dies Yamraj takes the soul away to his world called Yamaloka. Yamaloka is a hell, where people suffer for their bad karmas. And Yamuna (a river) was his sister, Yamraj used to love her sister very much.
Once after a long time, Yamraj visited her sister place, यमुना ने अपने भाई की आव भगत की तथा सु स्वादिष्ठ व्यंजन खिलाये। प्रसन्नचित यमराज ने अपनी बहिन से कहा, “मैं बहुत प्रसन्न हूँ, वर मांगो।” इस पर यमुना ने यमराज से ये वर माँगा की जो भाई यमुना में नहाएगा तथा अपनी बहिन के घर खाना खायेगा वो यमलोक (नर्क) नहीं जायेगा। यमराज ने बहिन का माँगा हुआ वर (syn: boon) दे दिया।
तभी से ये प्रचलन है कार्तिक सुदी दौज के दिन, भाई अपनी बहिन के यहाँ जाकर टीका करवाता है, उसके हाथ का बना खाना खाता है। तथा नर्क में जाने से बचने के लिए यमुना के पानी से स्नान करता है।
Note: नर्क में वही लोग जाते है जो गंदे काम करते हैं। जो लोग अच्छे काम करते है उन्हें यमुना में नहाना compulsory नहीं है।
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