They are kind of obsolete Rituals or say Neg (नेग). When people used to live in combined families they used to do it, now with nuclear families, these things are no more. Perhaps you will hardly know them from older people, or from here. Below are some interesting things which you can tell your children that earlier people used to do these things for mutual harmony.
घाट पाट: It starts from Sankranti, people offer arghya near by a गोबर की कुड़ी, and it goes on for a year. Some do it every day for 12 months; and some do it every month for 12 months. When a year completes on next Sankranti, चाँदी की गिलास में मेवा भरकर उसके ऊपर कुछ पैसे रखकर सास को देने चाहिए तथा उनके चरण स्पर्श करने चाहियें।
चिड़िया मुटठी: It also starts from Sankranti, in this rituals the birds are fed for a year. After a year on next Sankranti, चाँदी की चिड़िया बनवाकर, कुछ चावल तथा पैसे सहित अपने सास को देने चाहियें तथा उनका आशीर्वाद लेना चाहिये।
कोठी मुटठी: Like Ghaat Paat and Chirya Mutthi, it also starts from Sankranti and ends at Sankranti, in this ritual the poor are fed for a year.
रूठी सास को मनाना का नेग: At Sankranti, one should give gifts to one’s mother-in-law. कहतें है की इस दिन नाराज तथा रूठी हुए सास मान जाती है, संक्रांति पर ख़ास कर उन्ही को मनाया जाता है।
सास को सीढ़ी चढ़ाना का नेग: इसमें बहू सीढ़ी के प्रत्येक step पर कुछ पैसे रखे, तथा सास जैसे सीढ़ी पर ऊपर चढ़ती जाये वो पैसे उठती जाये। फिर निचे उतरने पर बहू उसी प्रक्रार प्रत्येक step पर पैसे रखे, तथा उतरती हुई सास उनको उठाती जाये। बाद में बहू सास के चरण स्पर्श करे।
सास को मिट्टी देना का नेग: बहू सास को कुछ पैसो के साथ मिटटी देती है और exchange में सास बहू को आभूषण, गहने वगैरहा देती है।
जेठ को भेंट जिठानी को उपला देना: बहू जेठ तथा जिठानी का gifts देती है तथा बदले में उसे भी gifts मिलते हैं।
देवर के लिए घेवर देवरानी के लिए चूड़ी: इसमें भी gifts का exchange होता है।
देवर की जेब भरना का नेग: इसमें देवर की जेब में मेवा तथा पैसे रखे जाते हैं तथा देवर को कपडे वगैरहा भी दिए जाते हैं।
Like above there are so many rituals, below I’ve just given their names, hope they are easily understood.
# आवल चावल खूँटी चीर
# ननदोई का झोला भरना
# जेठ को जलेबी देना
#अपने पति को नारियल जलेबी देना
# अपने पति को मलाई खिलाना
# पति के पैर धोने का नेग
# सास की पीठ मलना
# गाय का दूध पिलाने का नेग
# धोती निचोड़ने न नेग
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